चंद्रलेखा कहाँ गलत थी ? तुम्हें न हो याद शायद पर मैं भूली नहीं
हर साल गरीबी, कर्ज, सूखे की मार से सैकड़ों किसान आत्महत्या कर लेते हैं। उनकी मौत पर
आईएएस बनने का सपना जितना बड़ा और आकर्षक है उतना ही मुश्किल भी। सही से तैयारी करने
ऑफिस में जॉब करने वालों को वैसे तो अनेको बीमारियां हो जाती हैं लेकिन उनमें
पूरी दुनिया जानती है कि इजरायल और फिलिस्तीन के बीच किस हद तक दुश्मनी हैं.
घर में वो गीता, कुरान रखता है, जुबां पर राधे-राधे नाम रखता है गफ्फार तो
ननम्मल ने कोयम्बटूर में 20,000 से अधिक छात्र और उत्साही लोगों को योग का प्रशिक्षण
प्रतीक बजाज सहयोगी बायोटेक नाम की कंपनी चलाते हैं। उनकी कंपनी वर्मी खाद से सैकड़ों
आम रबड़ी सामग्री- ढाई कप दूध, 1 कप पका और टुकड़ों में कटा हुआ आम
बशीर बद्र जहाँ पेड़ पर चार दाने लगे हज़ारों तरफ़ से निशाने लगे हुई शाम