जब बच्चे किताबों और खेल के मैदानों से दूर होते जा रहे हैं तब एक ग्रामीण छात्र ने गांव में पुस्तकालय खोल कर एक नई पहल की है। यह पहल पिथौरागढ़ जिले के देवलथल क्षेत्र से लगभग तीन किमी दूर पथरौली गांव में हुई है। इसमें छात्र का जनप्रतिनिधि और ग्रामीणों ने भी सहयोग किया है। पथरौली गांव निवासी और राजकीय इंटर कॉलेज देवलथल के कक्षा नौवीं के छात्र राहुल चंद्र बड़ की पहल पर गांव में पुस्तकालय की स्थापना की गई है। पुस्तकालय में साहित्यिक पुस्तकों के अलावा बाल साहित्य, प्रतियोगी साहित्य, बाल साहित्य के अलावा कई पत्रिकाएं भी पुस्तकालय में रखी गई हैं। जीआईसी देवलथल में सामाजिक विज्ञान के अध्यापक महेश पुनेठा ने बताया कि बुधवार 15 फरवरी को पथरौली के ग्राम प्रधान हरीश चंद्र बड़ से पुस्तकालय का उद्घाटन करवाया गया। पुस्तकालय के लिए ग्राम प्रधान के भाई जगदीश चंद्र बड़ ने कमरा और फर्नीचर उपलब्ध करवाया है। पुनेठा के मुताबिक शुरुआत में जन सहयोग और उनके पुस्तकालय से 50 किताबें और कुछ पत्रिकाएं रखी गई हैं। कहा कि अभी पुस्तकालय के लिए किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है। बताया कि पुस्तकालय के सफल संचालन के लिए छात्रों की एक संचालन समिति का भी गठन किया गया है। इसका अध्यक्ष राहुल को ही बनाया गया है। महेश पुनेठा ने बताया कि राहुल सें प्रेरित होकर उसैल गांव में नौंवी के ही श्वेता पांडे और विजय पांडे ने एक और पुस्तकालय की शुरुआत कर दी है। इसमें उन्हें गांव के बुजुर्गों ने सहयोग किया है। उन्होंने बताया कि छात्र राहुल विद्यालय में होने वाली कई रचनात्मक गतिविधियों से जुड़ा है। पढ़ाई में अव्वल होने के साथ ही राहुल अच्छा वक्ता भी है। उसने बताया कि वह विज्ञान में रुचि रखने के साथ ही विद्यालय की मासिक दीवार पत्रिका ‘कल्पना’ का भी संपादन करता है। आजकल गांव के पढ़ने का माहौल कम होता जा रहा है। इसी कारण मेरे मन में गांव में पुस्तकालय खोलने का विचार आया। जब गांव में प्रधान और अन्य लोगों से बातचीत की तो उन्होंने सहयोग किया। गांव में पुस्तकालय खुलने से ग्रामीणों और विद्यार्थियों में साहित्य के प्रति रुचि पैदा होने के साथ ही गांव में रचनात्मक गतिविधियां बढ़ने की भी उम्मीद है। इसके अलावा पुस्तकालय में रखा गया साहित्य पढ़ने से गांव में फैलने वाली कुरीतियों को रोकने में भी मदद मिलेगी।