फिल्म “ उड़ता पंजाब” में बिहार की जो छवि दिखाई गयी है, वो छवि पूरे बिहार का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकती है। भारत के हर हिस्से में विविधता है और आप किसी एक व्यक्ति को उस हिस्से की छवि नहीं मान सकते। इसी बात को कहने के लिए और बिहार की छवि को एक नयी परिभाषा देने के लिए बंगलुरु के रहने वाले २५ वर्षीय छात्र, बशर हबीबुल्लाह ने एक ऑनलाइन मुहिम छेडी है।
इस मुहिम की शुरुआत २२ तस्वीरों से हुई थी जिनमे अलग अलग पेशे के लोगों ने अपने हाथ में #IamBrandBihar की तख्ती ले रखी थी। धीरे धीरे ये कारवां बड़ा होता गया और अधिक लोग इसमें जुड़ते गये जिसमे ‘सुपर 30’ के संचालक आनंद, कार्टूनिस्ट पवन टून, आई पी एस अफसर विकास वैभव भी शामिल हैं।
ये मुहिम अपने शुरू होने के १० दिनों के अन्दर ही वायरल हो गयी है। इसे सोशल मीडिया पर दिल खोल के स्वीकारा गया है और हज़ारों शेयर्स और लाखों लाइक्स मिले हैं। इन सब की शुरुआत तब हुई थी जब उड़ता पंजाब का ट्रेलर देखने के बाद एक लेखिका स्वाति कुमारी जो की पटना बीट्स के लिए लिखती हैं ने आलिया भट्ट के नाम खुला ख़त लिखा था। पटना बीट्स एक वेबसाइट है जो बिहार की सही छवि को सामने लाने में प्रयासरत है। इसके बाद उन्होंने अपने मित्र हबीबुल्लाह के साथ मिल कर इस मुहिम को अंजाम दिया।
बिहार के युवा वर्ग का एक बड़ा हिस्सा देश के विभिन्न हिस्सों में बेहतर शिक्षा और नौकरी में अवसरों की तलाश में निकल पड़ता है और अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा दुसरे राज्यों में बिता देता है।
दुसरे राज्यों में रहने के दौरान उन्हें बिहार के बारे में जो कुछ सुनने को मिलता है उसके बाद वो अपनी पहचान छुपाने में ही भलाई समझते हैं। वो जहाँ रहते है वहां की वेशभूषा और बोलचाल में ढल जातें है। इसी तरह भोजपुरी को बिहारी भाषा समझा जाता है जबकि बिहार में और भी कई भाषाएँ बोली जाती हैं जैसे मैथिली, अवधी और मगही ।
इस मुहिम की सफलता इस बात को साफ़ जाहिर करती है कि प्रवासी बिहारी अब बिहार की देश भर में व्याप्त छवि को बदल देना चाहते हैं और अब खुल कर सामने आना चाहते हैं। इन तस्वीरों में ये बिहारी ऐसा ही कुछ कह रहे हैं –
हम उम्मीद करते हैं इसके बाद बिहार को लेकर पूरे देश की सोच जरुर बदलेगी।
(साभार – द बेटर इंडिया)