महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 70वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने भाषण में खिलाड़ियों का जिक्र करने का आग्रह किया जो रियो ओलंपिक के दौरान देश का सम्मान दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
हाल में लांच किए गए अपने नए मोबाइल एप्प ‘नमो’ के जरिये प्रधानमंत्री ने देशवासियों से स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण की सामग्री के बारे में राय मांगी थी। मोदी के एप्प पर अपने पत्र में तेंदुलकर ने प्रधानमंत्री से रियो ओलंपिक में देश के लिए पदक लाने से चूकने वाले और अब भी संघर्ष कर रहे खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए कुछ शब्द बोलने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर करके कहा कि सचिन तेंदुलकर ने उन्हें अपने 15 अगस्त को होने वाले भाषण में रियो ओलंपिक में हिस्सा ले रहे खिलाड़ियों की हौसला अफजाई करने को कहा था लेकिन मोदी ने कहा कि इसके लिए उन्हें 15 अगस्त का इंतजार करने की जरूरत नहीं है।
सचिन के कहने पर प्रधानमंत्री ने एथलीटों को दिया ये संदेश
प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों को अपने संदेश में कहा कि हार और जीत जीवन का हिस्सा है। उन्हें पूरी ताकत के साथ मैदान पर उतरना चाहिए.
प्रधानमंत्री ने कहा कि एथलीटों को पूरी एकाग्रता, मेहनत और ताकत के साथ मैदान पर उतरना चाहिए, देश को उन पर गर्व है और पूरा देश उनके साथ खड़ा है।प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा कि जिन एथलीटों को अब मैदान पर उतरना है उन्हें परिणाम के बारे में नहीं सोचना चाहिए बस अपना सौ फीसदी देने पर ध्यान देना चाहिए।