अवनीत ने ऐप बनाने के लिए नौकरी भी छोड़ी
बेंगलुरु : इंफोसिस कंपनी की पूर्व कर्मचारी अवनीत मक्कर की बेटी को गणित से डर लगता था। इस समस्या से निपटने के लिए अवनीत ने विशेषज्ञों के साथ मिलकर बी गैलिलियो ऐप बनाया। अब चेन्नई, बेंगलुरू, मुंबई और दिल्ली जैसे शहरों में 2500 महिलाओं की टीम इस ऐप के जरिए गणित को आसान बना रही हैं। अवनीत ने ऐप बनाने के लिए आईटी प्रोफेशनल्स, शिक्षाविद, शिक्षकों और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस साइंटिस्ट्स से बात की। इन लोगों ने गणित को पढ़ाने के उन तरीकों पर विचार किया, जिससे बच्चे पढ़ने में रुचि लें। बच्चों का इस विषय से डर भागे।
अवनीत ने ऐप बनाने के लिए नौकरी भी छोड़ी। उनके मुताबिक, बी गैलिलियो ऐप पहली क्लास से दसवीं तक के छात्रों के लिए बनाया गया है। यह प्रोग्राम आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के जरिए अलग-अलग बच्चे की सीखने की क्षमता को पहचानाता है। वह यह जानने की कोशिश करता है कि बच्चा गणित को समझते समय किन कठिनाइयों को सामना कर रहा है। इसी आधार पर अलग-अलग बच्चे के लिए लिए सटीक समाधान भी सुझाता है। यह गणित के 300 कंसेप्ट को कवर करता है। प्रोग्राम की गेमिंग स्टाइल के कारण बच्चे नहीं ऊबते। देशभर में आज करीब 600 बी गैलिलियो टीचिंग सेंटर हैं। इन्हें ज्यादातर वे महिलाएं चला रही हैं, जिन्हें कभी अपने बच्चों की देखभाल के लिए नौकरी छोड़नी पड़ी थी। इनका चयन भी बेसिक मैथ्स टेस्ट लेकर किया गया। ये बच्चों को रोजाना दो घंटे प्रशिक्षण देती हैं।