सोशल मीडिया पर युवाओं से जुड़ेगा आरबीआई

मुम्बई : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) जल्द ही फेसबुक और ट्विटर के जरिए देश की जनता से जुड़ेगा। आरबीआई द्वारा जारी हुई वित्त वर्ष 2019 की सालाना रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्रीय बैंक अब तक लोगों से जुड़ने के लिए ऑडियो-विजुअल और टेक्स्ट मैसेज माध्यम का इस्तेमाल करता था। 2019 में आरबीआई की तरफ से करीब 241 करोड़ मैसेज लोगों को भेजे गए। लेकिन युवाओं से जुड़ने के लिए अब आरबीआई सोशल मीडिया माध्यमों का भी इस्तेमाल करेगा। आरबीआई 360 डिग्री मास मीडिया अवेयरनेस प्रोग्राम के तहत अपनी पहुँच बढ़ाना चाहती है। इसके तहत बैंक फेसबुक और ट्विटर से अपनी नीतियों और योजनाओं को लोगों तक पहुँचाएगा। इसका मकसद टू-वे कम्युनिकेशन (दोतरफा संचार) को बढ़ावा देना और युवाओं के साथ जुड़ना है, जिससे लोगों को बैंक की पारदर्शिता, सामयिकता और विश्वसनीयता के बारे में जानकारी मिले। इसके अलावा आरबीआई का संचार विभाग देशभर के अपने क्षेत्रीय केंद्रों में मीडिया वर्कशॉप का भी आयोजन करेगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पत्रकार उससे जुड़ पाएं। दरअसल, आरबीआई के मौजूदा गवर्नर शक्तिकांत दास बैंक की कार्यप्रणाली को समझाने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों से बैंक को जोड़ने के पक्षधर रहे हैं। जबकि इससे पहले गवर्नर रहे उर्जित पटेल की कई बार संचार में खुलापन न रखने के लिए आलोचना भी हो चुकी थी।
बाजार में जल्द आएंगे वार्निश की कोटिंग वाले 100 रुपये के नोट
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया अब 100 रुपये के नोट की उम्र बढ़ाने के लिए इस पर वार्निश की कोटिंग करेगा। आरबीआई की वार्षिक रिपोर्ट में इसका भी जिक्र है। अगर यह प्रयोग सफल रहता है तो आने वाले समय में सभी 100 रुपये के नोटों को वार्निश कोटिंग वाले नोटों से बदल दिया जाएगा। इसके अलावा आरबीआई दृष्टिबाधित लोगों के लिए करंसी नोटों को और ज्यादा आसान पहचान वाला बनाना चाहता है। इन सब बदलावों और बैंक नोट की क्वालिटी को परखने के लिए आरबीआई ने मुम्बई में क्वालिटी एश्योरेंस लैबोरेट्री भी स्थापित की है। यह लैब करंसी नोटों के बदलाव और मानदंड बनाने का काम करेगी।

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