भारतीय नौसेना की महिला टीम सोमवार को दुनिया की सागर परिक्रमा पर निकली। देश की रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने इसे देश के लिए ऐतिहासिक दिन करार दिया।
रक्षामंत्री ने यहां बोट पूल के पास से आईएनएस मंडोवी से भारतीय नौसेना के इस तरह के पहले अभियान ‘नविका सागर परिक्रमा’ को हरी झंडी दिखाई। लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी के नेतृत्व में छह महिला सदस्यों का दल स्वदेशी निर्मित बोट आईएनएस तारिणी में दुनिया की समुद्री परिक्रमा करेंगी।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री सीतारमण ने कहा, ‘यह ऐसा मौका नहीं है जो पांच या दस साल में आता है। यह भारत के लिए और नौवहन के क्षेत्र में ऐतिहासिक दिन है। मैं समझती हूं कि हमारी महिला नौसैनिकों वह काम कर रही हैं जो अधिकतर नौसेना सोच भी नहीं सकती है।
इस अवसर पर गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर परिकर और नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा भी मौजूद थे। सीतारमण ने पूर्व रक्षामंत्री मनोहर परिकर को ‘प्रेरणादायक राजनीतिक गुरु’ बताया।
165 दिन की होगी समुद्र परिक्रमा
नौसेना प्रमुख लांबा ने कहा कि यह पहली बार है कि भारतीय महिला चालक दल इस प्रकार के समुद्री परिक्रमा अभियान पर निकली हैं। लांबा ने कहा, ‘यह समुद्री परिक्रमा करीब 165 दिन की होगी। इस यात्रा में आईएनएस तारिणी ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, फॉकलैंड और दक्षिण अफ्रीका भी के बंदरगाह से होकर गुजरेगी।’ इस दल में ले. कमांडर जोशी के अतिरिक्त ले. कमांडर प्रतिभा जामवाल, ले. पी. स्वाति, ले. विजया देवी, ले. पायल गुप्ता और ले. बी ऐश्वर्या शामिल हैं।
यही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी महिला क्रू-मेंबर को बधाई देते हुए ट्वीट किया कि ‘आज बेहद खास दिन है। नेवी की 6 महिला क्रू-मेंबर आइएनएसवी के जरिए सागर परिक्रमा पर निकली हैं। पूरे देश को एक साथ मिलकर इस टीम का हौंसला बढ़ाना चाहिए।’