ये शख्स है जायकेे की दुनिया के बेेताज बादशाह

जायके की दुनिया में संजीव कपूर चर्चित नाम  है। भारत का शायद ही ऐसा कोई घर होगा जहां लोग इस शेफ को चेहरे से न पहचानते हों। पिछले कुछ सालों से टीवी पर उनके कुकरी शो बेहद पसंद किए जाते हैं। अपने खाने के दम पर संजीव कपूर सिर्फ भारत ही नहीं पूरी दुनिया में पहचाने जाते हैं। टीवी के एक चर्चित शो में इस बार वे नहीं दिखाई दे रहे हैं। इसे लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। जानते हैं उनके बारे में…

संजीव कपूर का जन्म हरियाणा में हुआ था, लेकिन उनका ज्यादातर बचपन नई दिल्ली में गुजरा। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि एक बार पिता को किचन में खाना बनाते देख उन्होंने शेफ बनने की ठानी थी। उस वक्त उनकी उम्र महज 10 साल थी। उस उम्र से हुई शुरुआत बाद में उनका प्रोफेशन बन गया। 1992 में उन्होंने एल्योना कपूर से शादी की, वे कारोबार में भी उनका हाथ बंटाती हैं। उनकी कुल नेट वर्थ 12 करोड़ रुपए है। उनकी150 से ज्यादा किताबें छप चुकी हैं।

संजीव का जन्म 10 अप्रैल 1964 को हरियाणा के अंबाला जिले में हुआ था। उन्होंने इंस्टीट्ट यू ऑफ होटल मैनेजमेंट (आईएचएम) कैटरिंग एंड न्यूट्रीशन, पूसा, नई दिल्ली से अपनी पढ़ाई की है। 1984 में आईटीडीसी के साथ रसोई ट्नर रे के रूप में शेफ करियर शुरू किया था। मुंबई के सेंटूर होटल के साथ कार्यकारी शेफ के रूप में उन्होंने सबसे लंबे वक्त तक काम किया। आज वे ‘येलो चिली’ के नाम से रेस्त्रां चेन चलाते हैं, जिसकी विदेशों में भी कई ब्रांच हैं। इतना ही नहीं वे एक फूड चैनल के भी मालिक हैं। इसकी शुरुआत उन्होंने 2011 में की थी।

खाना खजाना से मिली पहचान
उनका सबसे पॉपुलर टीवी शो ‘खाना खजाना’ एशियाई देशों में चाव से देखा जाता है। यह शो 120 देशों में टेलीकास्ट होता है और इसके करीब 500 मिलियन दर्शक हैं। कुकिंग को लेकर संजीव 150 से ज्यादा किताबें भी लिख चुके हैं, जो हिंदी गुजराती, मराठी, इंग्लिश जैसी भाषाओं में पब्लिश हो चुकी हैं। उनकी एक बुक ‘हाऊ टू कुक इंडियन’ पश्चिमी देशों में काफी पॉपुलर है। न्यूयार्क टाइम्स में ‘समर कुक बुक ऑफ द ईयर 2011’ में यह बुक सिलेक्ट हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यूएई दौरे के दौरान संजीव कपूर भी उनके साथ गए थे। उन्होंने मोदी के लिए कई वेजीटेरियन डिसेस तैयार की थीं।

सामाजिक योगदान
– ऑटिज्म के बच्चों के लिए संजीव कपूर पूरा सहयोग देते हैं। सामाजिक दायित्व के रुप में ग्रामीण दूरवर्ती इलाकों के बच्चों के लिए और समाज के पिछड़े वर्ग के बच्चों के लिए स्कूलों में खाना दिया जाता है।
– वे मिनिस्ट्री ऑफ टूरिज्म के पैनल में हैं और भारतीय पाक शैली का विशेष दस्तावेज तैयार करते हैं।
– उनका ब्रांड वंडरशेफ महिलाओं को व्यापार शुरू करने में मदद करता है
 

शुभजिता

शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।