संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई को संयुक्त राष्ट्र के शांति दूत के रूप में चुना है। यह विश्व के किसी नागरिक को संयुक्त राष्ट्र के मुखिया की ओर से दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने घोषणा की कि मलाला दुनियाभर में लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए काम करेंगी।
पाकिस्तानी मूल की मलाला यूसुफजई को अधिकारिक तौर पर एक समारोह में सोमवार को यह जिम्मेदारी दी जाएगी। 19 वर्षीय मलाला युसुफजई पश्चिमोत्तर पाकिस्तान में कुछ वर्ष पहले किशोरावस्था में सभी बच्चों को शिक्षा के अधिकार लिए अभियान चला रही थीं। लेकिन तालिबान आतंकियों को उनका यह काम रास नहीं आया और उन्होंने मलाला के स्कूल जाते वक्त बस में चढ़कर उन्हें गोली मारी थी जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गई थीं।
गुटेरेस ने कहा कि गंभीर खतरे के बावजूद मलाला ने महिलाओं, लड़कियों और सभी लोगों के अधिकारों के लिए अटल प्रतिबद्धता दिखाई। संयुक्त राष्ट्र के अन्य शांति दूतों में अभिनेता माइकल डगलस और लियानार्दो डिकैप्रियो जैसी बड़ी हस्तियां शामिल हैं। मलाला सबसे कम उम्र की युवा होंगी जिन्हें इस काम के लिए चुना गया है।