वाराणसी : बिरहा सम्राट व भोजपुरी गायक हीरा लाल यादव का रविवार को 93 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वो कई दिनों से बीमार थे। हालत बिगड़ने पर परिजन उन्हें अस्पताल से चौकाघाट स्थित आवास पर ले आए, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। बेटे सत्यनारायण यादव ने बताया कि दो दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली थी। पीएम नरेंद्र मोदी ने हीरालाल के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की है।
हीरलाल यादव को इसी वर्ष जनवरी माह में गणतंत्र दिवस पर पद्मश्री से नवाजा गया था। संगीत के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें 2015 में यश भारती पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। उत्तर प्रदेश सरकार ने 1993-94 में संगीत नाटक अकादमी सम्मान और 2014 में यशभारती के साथ ही विश्व भोजपुरी अकादमी का भिखारी ठाकुर सम्मान व रवींद्र नाथ टैगोर सम्मान से भी उन्हें नवाजा था। हीरालाल यादव का जन्म वर्ष 1936 में वाराणसी जिले के चेतगंज स्थित सरायगोवर्द्धन में हुआ था। उनका बचपन गरीबी में गुजरा था। शौकिया गाते-गाते अपनी सशक्त गायकी से बिरहा को उन्होंने राष्ट्रीय फलक पर पहचान दिलाई और बिरहा सम्राट के रूप में मशहूर हुए। वर्ष 1962 से आकाशवाणी व दूरदर्शन पर बिरहा के शौकीनों को अपना दीवाना बनाया। भक्ति रस में पगे लोकगीत और कजरी पर भी श्रोताओं को खूब झुमाया, वहीं गायकी में शास्त्रीय पुट ने बिरहा गायन को विशेष विधा के तौर पर पहचान दिलाई। पीएम नरेन्द्र मोदी ने भी ट्वीटर पर भी इनको श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा कि पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित वाराणसी के बिरहा गायक श्री हीरालाल यादव जी के निधन की खबर से अत्यंत दुख हुआ। दो दिन पहले ही बातचीत कर उनका हालचाल जाना था। उनका निधन लोकगायकी के क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके प्रशंसकों और परिवार के साथ हैं।