शादी समारोह आयोजन का खाना अब बर्बाद होने के बजाय जरूरतमंदों तक पहुंचाया जाएगा। सरकार विदेशों की तर्ज पर पहली बार फूड बैंक बनाने की तैयारी कर रही है,जहां बचा हुआ खाना जमा करके इसे जरूरतमंदों तक पहुंचाने की व्यवस्था रहेगी। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण इस बैंक की अवधारणा पर आम लोगों से भी सुझाव मांगेगा।
अथॉरिटी के सीईओ पवन अग्रवाल ने बताया कि शादी, पार्टी या बड़े आयोजनों में बचा हुआ खाना अक्सर बर्बाद हो जाता है। लेकिन अब यह खाना जरूरतमंदों तक पहुंचाकर उनकी मदद की जा सकती है।
इस कार्य में एनजीओ भी मदद करेंगे। फिलहाल देश के कई शहरों में एनजीओ अपने स्तर पर जरूरतमदों को पार्टियों का बचा हुआ खाना मुहैया करवाते हैं, लेकिन इस खाने की कोई जांच नहीं होती कि यह कितना सेहतमंद है।
लेकिन नई योजना के तहत सबसे पहले रेगुलेशन तैयार होगा, जिसमें पूरी गाइडलाइन बनेगी। इसे तैयार होने में दो से तीन महीने लगेंगे। इसी रेगुलेशन के तहत एनजीओ को भी प्रशिक्षित किया जाएगा। खाना लेने के बाद उसकी जांच की होगी, तभी इसे जरूरतमंदों तक पहुंचाया जाएगा।