नयी दिल्ली : सरकार ने फिटनेस प्रमाणपत्र जारी होने से पहले देशभर के वाहनों का फास्टैग ब्योरा दर्ज करने का फैसला लिया है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने कहा कि इसके लिए एनआईसी को पत्र लिखा गया है और उसकी प्रतियां सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भेजी गई हैं। मंत्रालय ने कहा कि वाहन पोर्टल के साथ नेशनल इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन (एनईटीसी) के साथ तालमेल किया गया है।
वाहन सिस्टम में वाहन पहचान नंबर या वाहन पंजीकरण नंबर के जरिये फास्टैग का सभी ब्योरा दर्ज किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि फास्टैग ने सभी राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल के भुगतान के लिए रेडियो फ्रिक्वेंसी पहचान तकनीक का इस्तेमाल किया है। टोल भुगतान के लिए प्रीपेड या सीधे खाते को इससे जोड़ दिया गया है।
बयान में कहा गया है कि मंत्रालय ने यह सुनिश्चित करने को कहा है कि नए वाहनों के पंजीकरण के साथ और फिटनेस प्रमाणपत्र जारी करने से पहले फास्टैग का ब्योरा दर्ज किया जाए। मंत्रालय ने इस योजना के लिए नवंबर 2017 में अधिसूचना जारी की थी। इस साल मई तक देशभर में कुल 1.68 फास्टैग जारी हो चुका है।