किओन्झार (ओडिशा) : चन्द्राणी मुर्मू 17वीं लोकसभा में सबसे युवा सांसद बन गयी हैं। उन्होंने 2017 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। तभी से मैं नौकरी ढूंढ रही थी। चार कम्पनियों में आवेदन किया था। सरकारी नौकरी की भी लगभग सभी परीक्षाएँ दे रखी हैं। वह बताती हैं कि 31 मार्च को अचानक उनके मामा (हरमोहन सोरेन) ने फोन करके पूछा कि चुनाव लड़ सकती हो? उन्होंने कहा, ‘सीएम नवीन पटनायक किसी पढ़ी-लिखी महिला को टिकट देने की सोच रहे हैं। मैंने तुरंत सहमति दे दी। दरअसल, मेरे नाना 1980 और 1984 में दो बार कांग्रेस से सांसद थे। नाना की वजह से मुझ पर राजनीतिक असर रहा है। एक अप्रैल को मुझे फोन आया कि सीएम मिलना चाहते हैं। मैं उनसे मिली। तब भी मुझे नहीं लगा कि टिकट मिलेगा। फिर 2 अप्रैल को मेरा नाम घोषित हो गया। अगले 45 दिन में मैं अनंत सर को हराकर सांसद बन गई। सच पूछिए तो मैं सभी इलाकों में प्रचार भी नहीं कर सकी। प्रचार के दौरान पहली बार हेलीकॉप्टर में बैठी। सोचिए, मध्यम वर्ग में हेलीकॉप्टर किसे नसीब होता है? वह वाइल्ड ड्रीम में भी हेलीकॉप्टर के बारे में नहीं सोचता। चुनाव अभियान के दौरान जब मुझे टिकट मिला मेरा एक वीडियो (मोर्फ्ड फोटो के साथ) वायरल हो रहा था। मेरे नाम से अफवाह फैली। टिकट मिलने से एक तरफ नाम हो रहा था, वहीं दूसरी ओर बदनाम किया जा रहा था। इस घटना से बहुत आहत हुई। लेकिन, सबने भरोसा मुझमें भरोसा जताया तो मैं इस सदमे से उबर आई। राजनीति में मेरी रुचि थी और मैंने सोचा था कि अगर जीवन में कभी छोटा-मोटा मौका मिलेगा तो इस दिशा में जरूर जाऊँगी। ‘
25 साल की बीजद सांसद चन्द्राणी हैं मुर्मू। ओडिशा के किओन्झार से दो बार सांसद रहे भाजपा के अनंत नायक को 66203 वोट से हराकर संसद पहुंची हैं।