राजस्थान में डॉक्टरों की हड़ताल से हालात इस कदर बिगड़ गए है कि अब कुछ गैर-पेशेवर लोगों को मरीजों का इलाज करना पड़ रहा है। ऐसा ही एक वाकया बांसवाड़ा शहर में देखने को मिला जब शहर के एडीएम और भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी डॉ. भंवरलाल शहर के हाउसिंग बोर्ड चिकित्सालय में रोगियों को इलाज करते देखे गए।
डॉ. भंवरलाल एक सर्टिफाइड एमबीबीएस डिग्रीधारी डॉक्टर रह चुके हैं और फिलहाल बांसवाड़ा शहर के एडीएम पद पर कार्यरत है। अपने शहर में बिगड़ रहे हालातों को डॉ. भंवरलाल देख नहीं पाए जिसके बाद उन्होंने विभिन्न चिकित्सालयों में जाकर सेवा देने का फैसला किया।
हड़ताल पर भारी पड़ा सराहनीय कदम
डॉ. भंवरलाल ने कमान संभालते हुए कई मरीजों का इलाज किया । उनके इस कदम की जिला कलेक्टर भगवतीप्रसाद ने भी सराहना की है। इसके साथ ही बांसवाड़ा एडीएम की अच्छी पहल को स्थानीय जनता भी सराहना कर रही है। पीड़ित मानवता की सेवा को आगे आए एसडीएम का यह प्रयास सेवारत चिकित्सकों की हड़ताल पर भारी पड़ा है।