कमला गोइन्का फाउण्डेशन अहिन्दीभाषी क्षेत्रों में हिन्दी के प्रसार के लिए लगातार काम कर रही है और इसी क्रम में साहित्य श्रेणी में दिये जाने वाले विभिन्न पुरस्कारों के लिए फाउंडेशन ने प्रविष्टियाँ माँगी है। कमला गोइन्का फाउण्डेशन के प्रबंध न्यासी श्री श्यामसुन्दर गोइन्का ने एक प्रेस विज्ञप्ति द्वारा बताया है कि दक्षिण भारत के हिन्दी साहित्यकारों के लिए निम्न पुरस्कारों की प्रविष्टियां मंगाई गयी हैं। जो हिन्दी भाषी साहित्यकार अहिन्दी भाषी क्षेत्रों में पिछले 10 वर्षों या अधिक अवधि से हिन्दी साहित्य की सेवा व सृजन कर रहे हैं वे भी इन पुरस्कारों के हकदार होंगे। ऐसे हिन्दी किंवा अहिन्दी भाषी दोनों इन पुरस्कारों के लिए अपनी प्रविष्टियां भेज सकते हैं। इक्कीस हजार राशि का “बाबूलाल गोइन्का हिन्दी साहित्य पुरस्कार” (दक्षिण भारत के साहित्यकारों द्वारा सर्वश्रेष्ठ प्रकाशित मूल हिन्दी पुस्तक के लिए)। इस पुरस्कार के तहत सिर्फ मूल हिन्दी कृति ही भेजनी होगी। इक्कीस हजार राशि का “पिताश्री गोपीराम गोइन्का हिन्दी-कन्नड़ अनुवाद पुरस्कार” (सर्वश्रेष्ठ प्रकाशित हिन्दी से कन्नड़ या कन्नड़ से हिन्दी में अनूदित पुस्तक के लिए) इक्कीस हजार राशि का “बालकृष्ण गोइन्का अनुदित साहित्य पुरस्कार” (सर्वश्रेष्ठ प्रकाशित हिन्दी से तमिल या तमिल से हिन्दी में अनूदित पुस्तक के लिए) इक्कीस हजार राशि का “सत्यनारायण गोइन्का अनुदित साहित्य पुरस्कार” (सर्वश्रेष्ठ प्रकाशित हिन्दी से मलयालम या मलयालम से हिन्दी में अनूदित पुस्तक के लिए। उपरोक्त पुरस्कारों के लिए 2009-2019 के बीच की अवधि में प्रकाशित पुस्तक की चार-चार प्रतियां (अनुवादित कृति की चार प्रति तथा मूलकृति जिसका अनुवाद किया है उसकी चार प्रति) प्रस्ताव-पत्र एवं पासपोर्ट आकार की दो फोटो बैंगलोर कार्यालय में 31 दिसंबर 2019 तक भेजने का आग्रह किया है।
प्रविष्टि-पत्र, नियमावली एवं अधिक जानकारी के लिए बेंगलुरू कार्यालय में सचिव कमलेश यादव से 99000202161