कोलकाता : लिटिल थेस्पियन एवं भारतीय भाषा परिषद के संयुक्त आयोजन में कहानी और कविता का अभिनयात्मक पाठ किया गया। इसमें ममता कालिया की कहानी ‘ बोलने वाली औरत ‘ कहानी की प्रस्तुति सुमित गोस्वामी, आर्यान्का पवार और जूही कुमारी करण ने दी I ममता कालिया की ‘ लड़के ‘ कहानी का अभिनयात्मक पाठ सुमित गोस्वामी, तन्मय सिंह, इम्तियाज़ आलम और अर्जुन बोस ने किया I कहानीकार उदय प्रकाश की कहानी “ डिबिया ” की प्रस्तुति प्रियंका पवार, नाज़ आलम और सदानन्द रजक ने दी I कहानी नेलकटर (कहानीकार – उदय प्रकाश) की प्रस्तुति राहुल कुमार भट्टाचार्य, अन्नपूर्णा वर्मा और अरशद सादिक ने दी I कविता पाठ में प्रताप सहगल की कविताएँ के साथ अंधेरे में घटना (इम्तियाज़ आलम), अंधेरे का तर्क (अन्नपूर्णा वर्मा), अंधेरे से लड़ाई (तन्मय सिंह), अंधेरे के सामने (आर्यान्का पवार), अंधेरे में सूत्रधार (अर्जुन बोस), अंधेरे का अर्थ (नाज़ आलम), अंधेरे में देखना (राहुल कुमार भट्टाचार्य) कुछ समझा आपने (सुमित गोस्वामी) सुनो अखबार (एक): सदानन्द रजक, सुनो अखबार (दो): प्रियंका पवार, सुनो अखबार (चार): अरशद सादिक, सुनो अखबार (पांच): जूही कुमारी करण ने पाठ किया I
भारतीय भाषा परिषद एवं लिटिल थेस्पियन द्वारा कहानी और कविता के अभिनयात्मक दक्षता का त्रैमासिक सर्टिफिकेट कोर्स संचालित किया जाता है I जिसकी कक्षा प्रति शनिवार लिटिल थेस्पियन की निर्देशक श्रीमती उमा झुनझुनवाला की निगरानी में होती है| गत 8 सितम्बर 2019 को सातवाँ सत्र के प्रशिक्षार्थियों द्वारा कहानी और कविता की अंतिम प्रस्तुति दी गयी। इस अवसर पर लिटिल थेस्पियन की सह संस्थापक व निदेशक उमा झुनझुनवाला ने कहा कि सिर्फ कविता-कहानी सिखाना मेरा मकसद नहीं है I कहीं कुछ इंसान हमारे बीच में बचा रहे वह आग जलाने के लिए मैं यह कर रही हूं I हमारे अंदर इंसान भी जीता है और इतिहास भी जीता है I इस प्रस्तुति के निर्णायक श्री दिनेश वडेरा रंगमंच निर्देशक और रावेल पुष्प (रंगमंच समीक्षक) थो