हिमाचल के सिरमौर जिले के पच्छाद क्षेत्र की गागल शिकोर पंचायत के कमाहां गांव की वंदना शर्मा भारतीय सेना में नर्सिंग लेफ्टिनेंट बनी है। इससे इलाके में खुशी की लहर है। कड़ी मेहनत से वंदना ने महज 24 वर्ष की उम्र में यह मुकाम हासिल किया। वंदना शर्मा की पहली नियुक्ति जालंधर के मिलिट्री अस्पताल में हुई है।
वंदना ने दसवीं तक की शिक्षा सराहां कन्या उच्च पाठशाला में की है। उसके बाद बारहवीं नाहन कन्या उच्च पाठशाला से की। यहां से उसका चयन कॉलेज ऑफ नर्सिंग कमांड अस्पताल कोलकाता के लिए हुआ। वंदना शर्मा के पिता रोशन लाल हिमाचल दुग्ध प्रसंग विभाग में कार्यरत हैं। उनकी माता गीता देवी गृहिणी हैं।
वंदना शर्मा के भाई अजय शर्मा टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में गोल्ड मेडलिस्ट हैं। जबकि बड़ी बहन अर्चना शर्मा भी कंप्यूटर इंजीनियर है। कमाहां गांव वासी उमादत्त शर्मा, रूप राम शर्मा, हरी नंद शर्मा, शिव दत्त शर्मा, नागेंद्र शर्मा, कमल शर्मा, श्याम दत्त, सुनील शर्मा, जगदीश शर्मा, हरिशरण शर्मा व अरुण शर्मा ने कहा कि वंदना शर्मा की इस उपलब्धि से पूरे गांव व क्षेत्र में खुशी का माहौल है। वंदना ने कहा कि माता-पिता, बहन और गुरुजनों के आशीर्वाद से वह इस मुकाम तक पहुंची है।