मुम्बई : फिल्म ‘दमन’ के दमदार किरदार के जरिये अभिनेत्री रवीना टंडन को अलग पहचान दिलाने वाली निर्देशक कल्पना लाजमी को याद करते हुए रवीना ने कहा कि बतौर फिल्मकार उन्हें जितना सम्मान मिला, वह उससे अधिक की हकदार थीं।
2001 में रजतपट पर आयी ‘दमन’ का विषय घरेलू हिंसा और जातीय विभाजन था। इस फिल्म के लिए रवीना टंडन को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था। रवीना ने कहा, ‘मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है। वह 25 साल पहले महिला प्रधान फिल्में बना रही थीं जबकि उस समय इस तरह की फिल्मों का निर्माण करना और इसके लिए दर्शक खोजना चुनौतीपूर्ण था।’
उन्होंने कहा कि मगर उन्होंने इस चुनौती को कबूल किया और सशक्त तरीके से महिलाओं के मसलों को लोगों के समक्ष रखा। उन्होंने महिला सशक्तिकरण के लिए कार्य किया। उन्हें जितना सम्मान मिला है, वह उससे अधिक की हकदार थीं।
उन्होंने कहा कि लाजमी मजबूत फिल्मकार थीं लेकिन वह कलाकारों की निजता का सम्मान करती थीं। उन्होंने कहा कि वह कभी हताश नहीं होती थीं और यह उनकी बड़ी अच्छाई थी। ‘दमन’ का क्लाइमेक्स दुर्गा पूजा के दौरान फिल्माया गया।