एमनेस्टी इंटरनेशनल और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सॉफ्टवेयर कंपनी एलिमेंट एआई ने अपनी स्टडी में दावा किया है कि ट्विटर पर हर 30 सेकंड में महिलाओं के खिलाफ धमकी, गाली, अपमानजनक या अभद्र ट्वीट किए जाते हैं। इस स्टडी में कहा गया है कि, ट्विटर पर अपमानजनक और अभद्र ट्वीट का शिकार होने वाली ज्यादातर महिलाएं पत्रकार या राजनेता हैं। स्टडी के मुताबिक, इन महिलाओं को हर 30 सेकंड में एक ऐसा ट्वीट मिलता है, जिसमें उनके खिलाफ अभद्र या अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया जाता है। एमनेस्टी इंटरनेशनल और एलिमेंट एआई ने इसके लिए ‘ट्रोल प्रोजेक्ट’ नाम से स्टडी की थी, जिसमें 150 देशों के 6,500 से ज्यादा वॉलेंटियर्स ने हिस्सा लिया था। एमनेस्टी इंटरनेशनल के मुताबिक, इन वॉलेंटियर्स ने 2 लाख 88 हजार ट्वीट्स निकाले जो महिला पत्रकारों या नेताओं को अमेरिका और ब्रिटेन में 2017 में भेजे गए थे। एमनेस्टी की स्टडी के मुताबिक, साल 2017 में महिलाओं को 1.1 मिलियन (10 लाख से ज्यादा) अपमानजनक या अभद्र ट्वीट भेजे गए थे। यानी औसतन, ट्विटर पर हर 30 सेकंड में एक महिला अभद्रता का शिकार हुई।
इस अध्ययन में पाया गया कि गोरे रंग की महिलाओं को पिछले साल 5.6% अपमानजनक और 1.2% अभद्र ट्वीट मिले जबकि सांवले रंग की महिलाओं को इसी दौरान 8.9% अपमानक और 2.2% अभद्र ट्वीट मिले थे। इस हिसाब से गोरे रंग की महिलाओं के मुकाबले सांवले रंग की महिलाओं को 60% ज्यादा अपमानजनक और 84% अभद्र ट्वीट भेजे गए थे।
इस स्टडी में पाया गया 7% महिला पत्रकारों को 5.8% अपमानजनक और 1.2% अभद्र ट्वीट मिले, यानी हर 14 में से एक पत्रकार को सोशल मीडिया पर इस तरह के ट्वीट का सामना करना पड़ा। स्टडी में पाया गया कि 454 महिला पत्रकारों के खिलाफ 2,25,766 ट्वीट ऐसे थे, जिनमें अपमानजनक या अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया था।
इसी तरह से महिला राजनेताओं को भी ट्विटर पर सबसे ज्यादा शिकार होना पड़ता है। उन्हें 5.85% अपमानजनक और 1.27% अभद्र ट्वीट मिले। स्टडी के मुताबिक, 324 महिला राजनेताओं को 8,67,136 ट्वीट ऐसे मिले जिनमें उनके खिलाफ अपमानजनक या अभद्र भाषा कही गई थी। मतलब ट्विटर पर महिला राजनेताओं के खिलाफ महिला पत्रकारों के खिलाफ ज्यादा अपमानजक और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया जाता है।
एमनेस्टी इंटरनेशनल की रिसर्च में सामने आया कि राइट विंग की पत्रकार और लेफ्ट विंग की राजनेताओं के खिलाफ ज्यादा मामले सामने आते हैं। लेफ्ट विंग की पत्रकार को 5.44% अपमानजनक और 1.13% अभद्र ट्वीट मिलते हैं, वहीं लेफ्ट विंग की नेताओं को 6.27% अपमानजनक और 1.35% अभद्र भाषा वाले ट्वीट किए जाते हैं।
इसी तरह से राइट विंग की पत्रकारों को 8.8% अपमानजनक और 1.98% अभद्र ट्वीट किए जाते हैं जबकि राइट विंग की नेताओं के लिए 5.07% अपमानजनक और 1.12% अभद्र ट्वीट होते हैं।
हालांकि, लेफ्ट विंग की महिला पत्रकारों और राजनेताओं को 6.05% अपमानजनक और 1.29% अभद्र ट्वीट मिलते हैं। वहीं, राइट विंग की पत्रकारों और नेताओं को 5.33% अपमानजनक और 1.18% अभद्र ट्वीट भेजे जाते हैं।