वैशाली : बिहार के वैशाली जिले में स्थित 2500 साल पुराना अभिषेक पुष्करणी सरोवर पूरी तरह से सूख गया है। जिसकी वजह से इलाके का जलस्तर 4 फीट से नीचे चला गया है। सरोवर सूखने के कारण आसपास के गांव के हैंडपंप भी सूखने लगे हैं। इसकी एक वजह तिरहुत नहर में पर्याप्त मात्रा में पानी न होना है। सरोवर से 4 किलोमीटर दूर मानिकपुर से गुजरने वाली तिरहुत नहर बरसात के दिनों में पानी से लबालब भर जाती थी। जिससे सरोवर कभी नहीं सूखता था।
जल संसाधन विभाग के अधिकारी अब फिर से तिरहुत नहर से इसमें पानी लाने का विचार कर रहे हैं। इस परियोजना के लिए जल संसाधन विभाग को 25 दिनों का समय दिया गया है। इसके अलावा सरोवर को 550 मीटर लंबा और 300 मीटर चौड़ा किया जाएगा। पुष्करणी के नजदीक ही बौद्ध समुदाय का बनवाया हुआ विश्व शांति स्तूप है। जहां हर साल लाखों की संख्या में लोग पहुंचते हैं। ऐतिहासिक लिच्छवी गणराज्य में जब भी किसी शासक का निर्वाचन होता था तो उनका इसी सरोवर के पानी से अभिषेक करवाया जाता था। सरोवर के पवित्र जल से शुद्ध होकर लिच्छवियों के शासक गणतांत्रित सभागार में बैठा करते थे। आस-पास के लोग सरोवर में शुभ मुहूर्त में स्नान किया करते थे। इस सरोवर को एक तरह से गंगा का दर्जा प्राप्त था।