सुप्रीम कोर्ट का आदेश -25 साल से ज्यादा उम्र के छात्र भी दे सकेंगे नीट परीक्षा

7 मई को नीट एग्जाम होना है और इसका आवेदन करने की आखिरी तारीख 1 मार्च थी। सुप्रीम कोर्ट ने एमबीबीएस की तैयारी कर रहे 25 साल से ज्यादा उम्र के छात्रों को बड़ी राहत दी है। शीर्ष अदालत ने आदेश दिया है कि अब 25 वर्ष से ज्यादा उम्र के उम्मीदवार भी एमबीबीएस कोर्सेज के एंट्रेंस एग्जाम (NEET) दे पाएंगे। सीबीएसई ने 25 साल की उम्र सीमा तय की थी। जस्टिस दीपक मिश्रा और जस्टिस एएम खानविलकर की बेंच ने कहा कि मेडिकल काउंसिल अॉफ इंडिया के प्रशासनिक निर्देश पर सीबीएसई द्वारा उम्र सीमा तय करने का फैसला गलत है और स्टूडेंट्स को एंट्रेंस एग्जाम में बैठने से रोका नहीं जाना चाहिए। कोर्ट ने सीबीएसई से कहा है कि वह एक विंडो खोले ताकि 5 अप्रैल तक वह स्टूडेंट्स अप्लाई कर सकें, जिनकी उम्र 25 साल से ज्यादा है। बता दें कि 7 मई को नीट एग्जाम होना है और इसका आवेदन करने की आखिरी तारीख 1 मार्च थी।

सुप्रीम कोर्ट में स्टूडेंट्स ने अर्जी दाखिल कर कहा था कि बोर्ड ने जो फैसला लिया है, वह गैरकानूनी और असंवैधानिक है क्योंकि मेडिकल प्रवेश परीक्षा के लिए कोई उम्र नियम तय नहीं थे। छात्रों की तरफ से सीनियर वकील अमरेंद्र शरण और इंदुमल होत्रा ने बेंच को बताया कि बोर्ड के इस फैसले के करीब 20 हजार स्टूडेंट्स प्रभावित हुए हैं और उन्होंने कोर्ट से इन स्टूडेंट्स को नीट परीक्षा में बैठने देने की गुहार लगाई।

इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि शुरुआती तौर पर लगता है उम्र सीमा मेडिकल काउंसिल अॉफ इंडिया द्वारा जारी किए गए निर्देशों के आधार पर एक नोटिस के माध्यम से निर्धारित नहीं की जा सकती। इसलिए यह सही है कि सभी छात्रों को सीबीएसई के अॉनलाइन पोर्टल पर 5 अप्रैल से पहले आवेदन करने दिया जाए। इसके बाद भरे गए फॉर्म नहीं माने जाएंगे। कोर्ट ने सीबीएसई से कहा है कि वह प्रभावित स्टूडेंट्स के लिए खास इंतजाम करे और उन्हें जगह देने के लिए अतिरिक्त सेंटर मुहैया कराए।

इस साल प्रवेश परीक्षा के लिए 11.35 लाख अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया है, जो पिछले साल के मुकाबले 41 प्रतिशत अधिक है. साल 2016 में 8.02 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन किया था। नीट का आयोजन मेडिकल और डेंटल कॉलेज में एमबीबीएस और बीडीएस कोर्सेस में प्रवेश के लिए किया जाता है। इस परीक्षा के द्वारा उन कॉलेजों में प्रवेश मिलता है, जो मेडिकल कांउसिल ऑफ इंडिया और डेटल कांउसिल ऑफ इंडिया के द्वारा संचालित किया जाता है। इस साल नीट का आयोजन आठ भाषाओं- हिंदी, अंग्रेजी, असमिया, बांग्ला, गुजराती, मराठी, तमिल और तेलुगू में होगा।

 

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