महिला हॉकी : भारत ने चीन को हराकर जीता एशिया कप

भारतीय महिलाओं ने शक्तिशाली चीन को हराकर हॉकी का एशिया कप जीत लिया है। इस जीत के साथ टीम को 2018 के विश्व कप में सीधे प्रवेश मिल गया है। रविवार को जापान के काकामिगहारा कावासाकी स्टेडियम में खिताबी मुकाबले में भारत ने पेनाल्टी शूट आउट के जरिए चीन को 5-4 से परास्त किया। मैच में अंतिम समय तक भारत 1-0 की बढ़त पर रहा लेकिन चीन ने अंतिम दौर में गोल कर मुकाबला बराबरी पर ला दिया।

इसके बाद पेनाल्टी शूट आउट के जरिए भारत ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 5-4 से चीन को हराकर यह खिताब जीत लिया। भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में अपराजित रही। भारतीय ‌महिलाओं ने चीन को लीग मैच में भी हराया था। जापान को हराकर फाइनल में प्रवेश किया था।
फाइनल मैच में दोनों टीमें तय समय तक 1-1 की बराबरी पर थी। इसके बाद शूट आउट का सहारा लिया गया। जिसमें भारत ने बाजी मार ली। भारत को ननजोत कौर ने 25 वें मिनट में गोलकर 1-0 से आगे कर दिया था। टीम इंडिया जीत के लिए आगे बढ़ रही थी। लेकिन चौथे क्वार्टर में 47 वें मिनट में टिनाटियान लु ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलते हुए मुकाबले में बराबरी हासिल कर ली। इसके बाद दोनों टीम गोल करने में नाकाम रहीं और मैच पेनल्टी शूटआउट में चला गया। भारतीय टीम चौथी बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची थी। 1999 में उसे दक्षिण कोरिया के हाथों 2-3 से हार मिली। 2004 में टीम इंडिया इस खिताब को जीतने में कामयाब रही। 2009 में चीन ने बैंकॉक में टीम इंडिया को 5-3 से हराकर खिताब जीता था।  खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौर ने ट्वीटर में टीम इंडिया को जीत के लिए बधाई दी है।

शुभजिता

शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।