महिला सशक्तिकरण की इससे बड़ी बात बात क्या होगी, जिस सेवा में कभी पुरुषों का बोलबाला होता था, आज उसके शीर्ष पदों पर महिलाएं काबिज हैं। पहली बार देश के चार बड़े हाई कोर्ट बॉम्बे, मद्रास, दिल्ली और कलकत्ता हाई कोर्ट की मुख्य न्यायाधीश महिलाएं हैं।
जस्टिस इंदिरा बनर्जी के मद्रास हाई कोर्ट की मुख्य न्यायाधीश बनने के बाद भारत को इस बात पर गर्व करने का संयोग मिला है।
आपको बता दें कि मद्रास हाई कोर्ट में 53 पुरुष जज हैं जबकि 6 महिला जज हैं। अगर बॉम्बे हाई कोर्ट की बात करें तो वहा 61 पुरुष जज हैं जबकि 11 महिला जज हैं। दिल्ली हाई कोर्ट में 35 पुरुष जज हैं जबकि महिला जजों की संख्या 9 है। इसके अलावा कलकत्ता हाई कोर्ट में 4 महिला जज हैं जबकि पुरुष जजों की संख्या 35 है। सुप्रीम कोर्ट में 28 जजों में केवल एक महिला जज जस्टिस आर. भानुमति हैं।
आपको बता दें कि मद्रास हाई कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश के पद पर जस्टिस इंदिरा बनर्जी की नियुक्ति की गई है। बॉम्बे हाई कोर्ट की मुख्य न्यायाधीश जस्टिस मंजुला चेल्लुर हैं। दिल्ली हाई कोर्ट की मुख्य न्यायाधीश जस्टिस जी रोहिणी अप्रैल 2014 से इस पद पर बनी हुई हैं। कलकत्ता हाई कोर्ट की कार्यकारी मुख्य न्यायधीश जस्टिस निशिता निर्मल इस पद पर 1 दिसबर 2016 से हैं।
अगर देशभर के न्यायालयों की बात करें तो देशभर में 24 हाई कोर्ट हैं । इनमें करीब 632 जज हैं जिनमें से महिला जजों की संख्या 68 है।