लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि संसद और विधानसभा में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण पूरे सम्मान के साथ मिलना चाहिए। यह उनका हक है, जिसे पाने के लिए उन्हें किसी की दया की जरूरत नहीं है। वह हाल ही में अमरावती में भारतीय महिला संसद के अंतिम दिन उमड़ी करीब 10 हजार छात्राओं को संबोधित कर रही थीं।
गीता का उदाहरण देते हुए सुमित्रा महाजन ने कहा कि महिलाओं को भगवान कृष्ण की तरह सारथी बनकर परिवार और समाज को दिशा दिखानी चाहिए। गौरतलब है कि महिला आरक्षण का मामला अभी भी संसद में लटका हुआ है। राजनीतिक पार्टियाँ भी महिलाओं को टिकट देने में कंजूसी करती रही हैं। ऐसी स्थिति में लोकसभाध्यक्ष का यह बयान काफी महत्व रखता है।