वर्ष 2021 समापन की ओर है। कार्यालय में सहयोगियों के बीच पार्टियां, क्रिसमस लंच और
16 दिसंबर 1971 को भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी संसद भवन के अपने कार्यालय
90 के दशक में जब मैंने सन्मार्ग ज्वाइन किया तो सबसे पहले मेरा परिचय आदरणीय
समय के पन्ने उड़ते गये और सन्मार्ग की धमक बढ़ती गई। उसके कुछ कालम तो
उस समय की एक घटना याद आ गयी। बढ़ती बेरोजगारी और गिरते शिक्षा मूल्य को
पत्रकारिता की दुनिया में डॉ. एस. आनन्द एक स्तम्भ का नाम हैं…पत्रकारिता और साहित्य की
छठ पर सेवा और दान करने की होड़ में जुटे नेता और तथाकथित समाजसेवियों को
धनतेरस और दिवाली का बाजार गुलजार है। मंदी की शिकायत करते हुए व्यवसायियों से भी
कोरोना और आर्थिक तंगी ने तोड़ी आतिशबाजी बाजार की कमर आतिशबाजी पर अदालती पाबन्दी लग
शुभजिता फीचर डेस्क आज दशमी है, विजयादशमी..और आप सभी को शुभ विजयादशमी। शुभजिता दुर्गोत्सव में