लिट्टी – चोखा, आज इसे अगर सुपर इन्स्टेंट फूड कहा जाए तो गलत नहीं होगा।
‘ठुमरी की रानी’ के नाम से प्रख्यात शास्त्रीय गायिका गिरिजा देवी का जन्म आज ही
बनारस ! भगवान शिव के त्रिशूल पर बसी काशी नगरी ! ज्ञान की नगरी, मंदिरो
बात जब 1857 के प्रथम स्वाधीनता संग्राम में बिहार के योगदान की होती है तो
स्वतन्त्र भारत की बुनियाद कई ऐसे गुमनाम चेहरों की कुर्बानी पर टिकी है जिनके चेहरे
भारत की आजादी में उनका योगदान इतना अधिक माना जाता है कि उस जमाने के
आरा शहर में होली मिलन समारोह में बाबू कुँवर सिंह आईल रहले . धरमन बाई
महाराजा सर रामेश्वर सिंह ठाकुर ( 16 जनवरी 1860 – 03 जुलाई 1929) दरभंगा के
चला चलीं कहीं बनवा के पार हिरना एही बनवा में बरसै अंगार हिरना। रेत भइलीं
महापात्र शब्द अपने आप में महान है वैसे तो महापात्र शब्द का शाब्दिक अर्थ महान+पात्र