सभी सखियों को नमस्कार। सखियों विस्मृत कवयित्रियों की शृंखला में आज मैं आपको एक और
सभी सखियों को नमस्कार। सखियों, इन दिनों मैं आप लोगों से मध्ययुगीन कवयित्रियों के बारे
सभी सखियों को नमस्कार। सखियों, हिन्दी साहित्य के मध्ययुग में बहुत सी ऐसी कवयित्रियाँ हुई
सभी सखियों को नमस्कार। उम्मीद है, आप सब सपरिवार सकुशल होंगी और जिंदगी की हर
सभी सखियों को नमस्कार। सखियों, आप सब से यह प्रार्थना है कि आप स्वयं भी
सभी सखियों को नमस्कार। सखियों, उम्मीद है कि महामारी के कारण उत्पन्न भय और संत्रास
सभी सखियों को नमस्कार। सखियों, उम्मीद है कि आप सब ठीक होंगी या ठीक ठाक
सखियों, बेहद मुश्किल समय है। मिल जुलकर रहना है और एक साथ मिलकर इस महामारी
चारों ओर लाशों के ढेर हैं, कब्रिस्तानों और श्मसान घाटों के आगे कतारों में लोग
सभी सखियों को नमस्कार। सखियों, गर्मी कहर बरपा रही है और करोना की दूसरी लहर