जानकी जीवन, विजयदशमी तुम्हारी आज है, दीख पड़ता देश में कुछ दूसरा ही साज है।
बचपन में मैंने दो कहानियाँ सुनीं थी। एक कहानी तो बिट्ठो गाँव से जुड़ी है,
जीवन के आखिरी दिन एक चॉल में बिताए लगभग 425 फिल्मों में काम किया उमा
नयी दिल्ली । किरण राव की ‘लापता लेडीज’ को ऑस्कर पुरस्कार 2025 के लिए भारत
किसी भी उपन्यास की समीक्षा करना तभी संभव है, जब पता हो कि वह उपन्यास
-भारतेंदु हरिश्चंद्र निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल निज भाषा उन्नति अहै, सब
हिन्दी आज भारत में ही नहीं बल्कि विश्व के विराट फलक पर अपने अस्तित्व को
जिंदा प्रेत -अजीत कुमार साव रात काली, बादल भी काली, झर- झराने वाली थी ।
कोलकाता । भवानीपुर एजूकेशन सोसाइटी कॉलेज के टर्फ पर पुस्तकों की प्रदर्शनी की गई जिसमें
कोलकाता । भवानीपुर एजूकेशन सोसाइटी कॉलेज प्रातःकालीन कॉमर्स सत्र की कोआर्डिनेटर प्रो मीनाक्षी चतुर्वेदी को