वसुंधरा मिश्र की कहानियों का प्रथम संग्रह ‘टहनी पर चिड़िया’ स्त्री संवेदना की यथार्थ अनुभूतियों
वाराणसी : रंगमंच जीने की एक कला सिखाता है। रंगमंच को जीने वाले इसे जीने
जयनारायण प्रसाद सम्पर्क – 9830880810 कवि कुंवर नारायण को पर्दे पर देखना, बीसवीं सदी के
नयी दिल्ली/ कोलकाता : देवीशंकर अवस्थी की स्मृति में आलोचना के लिए प्रतिवर्ष ‘देवीशंकर अवस्थी स्मृति
नयी दिल्ली : हिंदी जगत के प्रख्यात साहित्यकार और आलोचक नामवर सिंह नहीं रहे। 93 वर्षीय नामवर सिंह
कोलकाता : श्रुति पाठ पाठकों और नाटककार के मध्य एक जीवंत सेतू का काम करता
जीतेन्द्र सिंह पिछले दिनों लखनऊ से निकलने वाली प्रदर्शनकारी कलाओं की त्रैमासिक पत्रिका कला वसुधा
पूजा की छुट्टी से ठीक एक दिन पहले लेखिका द्वारा भेंट स्वरूप प्राप्त इस पुस्तक
जनवरी का महीना हो। रविवार हो। दोपहर का समय हो और आपको फिल्म देखने की
अगर आप किताबें पढ़ने के शौकीन हैं तो आपके लिए यह रोमांचक खबर हो सकती