पुणे : मशहूर कार्टूनिस्ट एवं लेखक मंगेश तेंदुलकर का एक निजी अस्पताल में निधन हो गया।
तेंदुलकर के पारिवारिक सूत्रों ने आज बताया कि उनका कल रात निधन हो गया। वह 82 वर्ष के थे और पिछले कुछ दिनों से बीमार थे। अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि तेंदुलकर को रविवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह मूत्राशय संबंधी बीमारी से पीड़ित थे और उनका ऑपरेशन हुआ था।
उनका अंतिम संस्कार आज यहां होगा। तेंदुलकर अपने अंतिम दिनों तक सक्रिय रहे। उनके चयनित कार्टूनों की एक प्रदर्शनी यहां पिछले महीने आयोजित की गई थी। वह दिवंगत नाटककार विजय तेंदुलकर के छोटे भाई थे।
तेंदुलकर ने अपने कार्टूनों के माध्यम से दैनिक जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाया। वह पिछले कई वर्षों से सामाजिक रूप से काफी सक्रिय थे और उन्होंने अपने कार्टूनों के माध्यम से यातायात संबंधी मामलों पर जागरूकता पैदा की थी। उनके कुछ कार्टूनों का प्रयोग यहां यातायात विभाग ने भी किया था।
वह ट्रैफिक सिग्नलों पर अक्सर खड़े होकर पर्चे बांटा करते थे जिनमें वे यात्रियों को यातायात नियमों के पालन का संदेश देते थे। तेंदुलकर ने ‘भुईचक्र’, ‘संडे मूड’ और ‘कुणी पंपतो अजून कालोख’ समेत कई पुस्तकें लिखीं। वह विभिन्न पत्रिकाओं एवं समाचार पत्रों में नियमित रूप से लिखा करते थे।