91 वर्षीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डा. सत्यवती सिन्हा का निधन हो गया है। करीब एक वर्ष से स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डा. सत्यवती सिन्हा अस्वस्थ चल रही थीं। वह अपनी बड़ी बेटी किरण कौशिक के साथ उनके चंद्रपुरी स्थित निवास में रहती थी। एक सप्ताह से वह राम नाम का जाप कर रही थी। डा. सत्यवती सिन्हा का जन्म 23 जून 1926 को पथरा, जिला बरेली (उत्तर प्रदेश) में हुआ था।
इनके पति स्व. डा. जगदीश नारायण सिन्हा भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। आठ मार्च 1942 में उनकी शादी हुई थी। महज 16 साल की उम्र में उन्होंने देश की आजादी के लिए अपने पति के साथ मिलकर अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन शुरू किया था। आजादी के लिए महात्मा गांधी की ओर से चलाए गए आंदोलन में उन्होंने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया।
डा. सत्यवती सिन्हा को कई बार जेल जाना पड़ा और अंग्रेजों की यातनाएं सहनी पड़ी, लेकिन देश आजाद होने तक उन्होंने अपना आंदोलन जारी रखा।