हरियाणा के चर्चित आईएएस अधिकारी डॉ. अशोक खेमका को एक बार फिर तबादले की मार झेलनी पड़ी है। सरकार ने इस बार उन्हें सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग से हटाकर खेल एवं युवा मामले विभाग का प्रधान सचिव लगाया है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग में खेमका की सक्रियता सरकार को रास नहीं आई। खेमका विभाग में लंबे समय से चले आ रहे भ्रष्टाचार की परतें खोलना शुरू कर चुके थे, अगर और कुछ समय विभाग में रहते तो बड़ी मछलियां बेनकाब हो सकती थीं। खेमका के खुलासों की आंच सीधे सरकार पर आने की भी संभावना थी। विभाग की सरकारी गाड़ी का दुरुपयोग होने का मामला खेमका पहले ही सार्वजिनक कर चुके हैं।
खेमका सहित सरकार ने रविवार देर शाम 13 आईएएस अधिकारियों के नियुक्ति एवं तबादला आदेश जारी किए हैं। खेमका अब खेल मंत्री अनिल विज के विभाग का जिम्मा संभालने जा रहे हैं। विज पहले ही खेमका के मुरीद हैं और अनेक बार उनकी ईमानदारी की तारीफ कर चुके हैं। अब दोनों का एक साथ काम करने का अनुभव कैसा रहेगा, यह भविष्य के गर्भ में है। आईएएस अशोक खेमका ने 51वां तबादला होने के बाद ट्वीट के जरिए मन की टीस उजागर की है। खेमका ने तबादला आदेश जारी होने के बाद आठ बजकर 13 मिनट पर ट्वीट किया। उसमें खेमका ने लिखा कि अनेक काम प्लान किए थे। एक और तबादले की खबर आ गई।
अवतरण एक बार फिर धमाकेदार रहा। निहित स्वार्थ जीत गए। पूर्वानुभव, लेकिन यह अस्थायी है। नए जोश और ऊर्जा के साथ नई शुरूआत करूंगा। सूत्रों के अनुसार खेमका सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के नशा मुक्ति केंद्रों में चल रहे भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करने वाले थे, साथ ही बिना पद के हैल्परों की नियुक्तियों का कच्चा चिट्ठा भी उनके हाथ लग गया था। इससे पहले कि वह बड़ा खुलासा करता, उन्हें विभाग से ही चलता कर दिया गया।