कुछ महीनों पहले अभय देओल ने फेयरनेस क्रीम के एड करने वाले एक्टर्स के खिलाफ आवाज उठाई थी। उन्होंने ऐसे विज्ञापनों पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि कोई भी व्यक्ति आपको यह नहीं बताएगा कि ये सब विज्ञापन बिल्कुल झूठे और रंगभेद को बढ़वा देने वाले हैं।
इस बयान के बाद अभय काफी फेमस हुए जिसके बाद ‘वेलेरियन’ और ‘द सिटी ऑफ थाउसेंड प्लानेट’ जैसी बेहतरीन फिल्मों के मेकर्स ने उन्हें ‘वेलेरियन ऑफ रेसिज्म’ के अवॉर्ड से नवाजा। ये लोग भारत के उन सेलेब्रिटीज को चुन रहे हैं जो देश को तरह तरह के सामाजिक खतरों से अवगत कराते हैं।