आप चाहें कितने पढ़े लिखे क्यों न हों लेकिन जैसे ही अपनों के साथ कुछ बुरा होता है हम कमजोर पड़ जाते हैं। अगर बात अपने बच्चों की हो तो मां-बाप समझ ही नहीं पाते की क्या करें और क्या नहीं। आए दिन बच्चों के यौन शोषण की आती खबरों के बीच हर दिन मां बाप नई-नई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। आज पैरेंट्स को अपने बच्चों के पोषण से ज्यादा उनके साथ होने वाले शोषण की चिंता लगी रहती है। घर और बाहर बच्चों के साथ बढ़ते सेक्सुअल एब्यूज यानि यौन उत्पीड़न को देखते हुए जरूरी हो गया है कि माता -पिता, घर के बड़े और टीचर नौनिहालों को सुरक्षित/अच्छे/ सेफ और असुरक्षित/ बुरे /अनसेफ टच /स्पर्श के बारे में बताएं। जब -जब हम इस तरह की घटनाओं के बारे में सुनते हैं, तो हमारी अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर बेचैनी बढ़ जाती है,लेकिन इस तरह की परिस्थिति से लड़ने का बस एक ही तरीका रह जाता है कि हम बातों-बातों में या फिर साफतौर पर अपने बच्चे को सेफ और अनसेफ टच के बारे में बताएं।
बैड टच
बच्चों को अच्छे और बुरे स्पर्श के बीच अंतर बताने के लिए हमें उन्हें पहले ये समझाना होगा कि वो टच जिनके होने से आप सहज (comfertable) रहते हैं और दूसरा वो टच जिसके
होते ही आप असहज, परेशान और उदास हो जाते हैं।
बैड टच ऐसा टच जिसके छुए जाने का अहसास बुरा लगे
-हिटिंग, किकिंग, शेकिंग, बाइटिंग, कस कर पकड़ना, वो टच जिसके होने पर अच्छा न लगे। कोई बिना पूछे आपको छूने की कोशिश करे, छूने के लिए जबरदस्ती करे
-शरीर के प्राइवेट पार्ट्स क्या हैं और उन्हें कोई भी बिल्कुल नहीं छू सकता है।
– प्राइवेट पार्ट्स लिप्स, छाती, पेट के नीचे और कमर के नीचे के अंगों को डॉक्टर और मां के अलावा कोई नहीं छू सकता है।
– किसी अनजान व्यक्ति को अपने प्राइवेट पार्ट्स न दिखाएँ और न ही उन्हें छूने, देखने या रगड़ने दें
बच्चों को सिखाएं कि जब उन्हें कोई परेशान करे या वो अनसेफ महसूस करें तो वो क्या क्या करें-वो सीधेतौर पर
-ना कह दें
-चिल्लाएं
-वहां से भाग जाएँ
-इस बारे में घर पर और बड़ों से बात करें
-कोई आपसे बिना पूछे आपको गले लगाने के लिए जबरदस्ती करे, किस करे
सेफ टच
-आप जिसे प्यार करते हैं जो आपको अच्छा लगता है यदि वो आपको आलिंगन करे और किस करे जो आपको अच्छा लगे वो सेफ टच है।
-अगर आपकी मां आपके सो कर उठने के बाद प्यार और हग करें तो वो सेफ टच है।
-जब आप सोने जा रहे हों और आपके पिता आपको गुड नाइट किस करें
-जब आपके दादा दादी-नाना नानी घर आएं और हग करें
– सिर पर कोई प्यार से हाथ फेरे जिसके फेरे जाने से आपको अच्छा लगे
-अगर कोई शाबाशी देने के लिए प्यार से पीठ थपथपाए
-आपसे पूछ कर आपके माथे पर चुंबन करे, हाथ मिलाना