कोलकाता : कोलकाता मेट्रो रेलवे ने रविवार को गैर-वातानुकूलित डिब्बों को औपचारिक रूप से विदाई दे दी। इन डिब्बों में से कुछ डिब्बे 1984 में देश की पहली भूमिगत रेलवे की स्थापना के समय से ही सेवा में थे। वर्ष 1984 में आज ही के दिन परिचालन शुरू करने वाली कोलकाता मेट्रो ने गैर-वातानुकूलित डिब्बों को हटाने की प्रक्रिया को यादगार बनाने के लिए महानायक उत्तम कुमार स्टेशन पर ‘डाउन द मेमोरी लेन’ नामक एक प्रदर्शनी का आयोजन भी किया।
कोलकाता मेट्रो के महाप्रबंधक मनोज जोशी ने कहा, ‘इन डिब्बों की विदाई के हिस्से के रूप में हमने एक फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया है, जिसमें मेट्रो रेलवे के अतीत, वर्तमान और भविष्य को दर्शाया जाएगा।’
‘जीवन का अभिन्न अंग बन गई’
मनोज जोशी ने कहा कि यह उन पलों को फिर से जीने का अवसर है, जिन्हें शहर ने मेट्रो रेलवे के साथ साझा किया है जो कि लोगों के जीवन का अभिन्न अंग बन गई है। जोशी ने कहा, ‘मेट्रो रेल के नेटवर्क को बढ़ाने का कार्य जारी है और दो से तीन वर्षों के भीतर मेट्रो के नए मार्गों पर परिचालन शुरू हो जाएगा।’