Sunday, September 14, 2025
खबर एवं विज्ञापन हेतु सम्पर्क करें - [email protected]

काजल की मेड़’ का लोकार्पण एवं परिचर्चा 

कोलकाता। नीलांबर के तत्वावधान में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में युवा कवयित्री एवं नीलांबर की कोर समिति की सदस्या अनिला राखेचा के पहले कविता संग्रह ‘काजल की मेड़’ (वाणी प्रकाशन) का लोकार्पण एवं उस पर केन्द्रित परिचर्चा का आयोजन 13 सितंबर 2025 को नंदन-3 सभागार में हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ नीलांबर के संरक्षक एवं सुपरिचित लेखक मृत्युंजय कुमार सिंह के स्वागत वक्तव्य से हुआ। उन्होंने कहा – “आज हमारे बीच हिंदी कविता के एक नवांकुर का उदय हुआ है और हर उदय का स्वागत होना चाहिए। अनिला राखेचा की कविताओं में बारीकी के साथ वैचारिक उद्वेलन मुखर है। उनकी संवेदना प्रेम से ही प्रश्नों के अनेक पन्ने खोलती है।” कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित वरिष्ठ कवि अरुण कमल ने कहा – “पहला कविता संग्रह हर कवि के लिए सबसे बड़ी खुशी लेकर आता है। अनिला राखेचा की कविताओं का यह संग्रह प्रेम, संघर्ष, परिवार और समाज के विविध अनुभवों का संगम है। इनमें नवीन प्रश्नों और चिंताओं की गहन अभिव्यक्ति है। यह संग्रह अनिला को एक महत्वपूर्ण कवि स्वर के रूप में स्थापित करता है।” परिचर्चा में भाग लेते हुए सुपरिचित कवि-आलोचक प्रियंकर पालीवाल ने कहा – “अनिला राखेचा की कविताएं प्रेम और प्रार्थना की कविताएं हैं, जिनमें स्वप्न जीवन को सहारा देते हैं। जब स्त्रियाँ पुरुष होने की ओर उन्मुख हैं, ऐसे समय में अनिला की कविताओं का छोटी-छोटी संवेदनाओं को बचाए रखना एक महत्वपूर्ण तथ्य है।”
सुपरिचित आलोचक अरुण होता ने कहा – “काजल की मेड़ में प्रेम की अनेक छवियाँ हैं। प्रतिकूल परिस्थितियों में प्रेम की सबसे अधिक जरूरत है और अनिला की कविताएं समाज व राष्ट्र के सपनों को भी व्यक्त करती हैं। उनकी सबसे बड़ी शक्ति यही है कि वे उम्मीद बनाए रखती हैं।” चर्चित कवि एवं लेखक यतीश कुमार ने कहा – “कविता संग्रह का स्वागत होना चाहिए। हिंदी साहित्य का वृक्ष आज एक नई पत्ती से और हरा-भरा हुआ है। ‘काजल की मेड़’ में धरती, प्रेम, आकाश, जल, वायु, अग्नि के बिंब हैं। कविताओं में जीवन की रेल यात्रा, अधूरे प्रेम की आह, आत्मग्लानि और साथ ही स्त्रियों को आगे बढ़ने का प्रेरणास्रोत भी है।”
युवा आलोचक विनय मिश्र ने संग्रह की सराहना की। इस अवसर पर अपनी लेखकीय यात्रा साझा करते हुए कवयित्री अनिला राखेचा ने भावुक शब्दों में कहा कि ‘काजल की मेड़’ मेरे लिए केवल शीर्षक नहीं, बल्कि जीवन के सपनों और संवेदनाओं की मेड़ है। मेरी कविताएं मनुष्य और मनुष्यता को बचाए रखने का प्रयास हैं।” इस अवसर पर उन्होंने संग्रह से अपनी कविता का भी पाठ किया। इस अवसर पर चर्चित नाट्यकर्मी एवं अभिनेत्री कल्पना झा ने संग्रह से कविताओं का भावपूर्ण वाचन किया। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन करते हुए नीलांबर के सचिव एवं कवि आनंद गुप्ता ने कहा – “काजल की मेड़ की कविताएं प्रेम, रिश्ते और मनुष्यता के विविध पक्षों को गहराई से रेखांकित करती हैं और हमें स्मृतियों व संवेदनाओं की सुंदर यात्रा पर ले जाती हैं।” पूरे कार्यक्रम का संचालन चयनिका दत्ता गुप्ता ने किया। इस समारोह को सफल बनाने में हितेश राखेचा, सावनी राखेचा, कनिष्क राखेचा, हंसराज, दीपक  ठाकुर, शैलेश गुप्ता, रौनक अफरोज, रचना सरन, अभिषेक पांडेय , जान्वी अग्रवाल इत्यादि लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
शुभजिता

शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।

शुभजिताhttps://www.shubhjita.com/
शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।
Latest news
Related news